बरसों से इस में फल नहीं आए तो क्या हुआ By शजर, Sher << कीजिए किस किस से आख़िर ना... आसाँ नहीं इंसाफ़ की ज़ंजी... >> बरसों से इस में फल नहीं आए तो क्या हुआ साया तो अब भी सहन के कोहना शजर में है Share on: