बस लहू की बूँद थी एहसास में By Sher << उस के रुख़्सार देख जीता ह... मिरे हबीब मिरी मुस्कुराहट... >> बस लहू की बूँद थी एहसास में फिर उगाया दश्त ने इक सर नया Share on: