बयान-ए-लग़्ज़िश-ए-आदम न कर कि वो फ़ित्ना By Sher << घर में रहना मिरा गोया उसे... दिल की उजड़ी हुई हालत पे ... >> बयान-ए-लग़्ज़िश-ए-आदम न कर कि वो फ़ित्ना मिरी ज़मीं से नहीं तेरे आसमाँ से उठा Share on: