बे तेरे क्या वहशत हम को तुझ बिन कैसा सब्र ओ सुकूँ By Sher << 'अनवर' उस ने न मै... दोनों बहर-ए-शोला-ए-ज़ात द... >> बे तेरे क्या वहशत हम को तुझ बिन कैसा सब्र ओ सुकूँ तू ही अपना शहर है जानी तू ही अपना सहरा है Share on: