बेचैन इस क़दर था कि सोया न रात भर By Sher << वहशत हम अपनी ब'अद-ए-फ... बहुत दिलों को सताया है तू... >> बेचैन इस क़दर था कि सोया न रात भर पलकों से लिख रहा था तिरा नाम चाँद पर Share on: