बेहतर है कि अब ख़ुद से जुदा हो के भी देखें By Sher << तुझ को पाएँ तुझे खो बैठें... ग़ज़ल के पर्दे में बे-पर्... >> बेहतर है कि अब ख़ुद से जुदा हो के भी देखें दरिया में तो दरिया का हवाला नहीं मिलता Share on: