बेकार गया बन में सोना मिरा सदियों का By वक़्त, Sher << हसीं यादें वो बचपन की कही... इन परी-रूयों की ऐसी ही अग... >> बेकार गया बन में सोना मिरा सदियों का इस शहर में तो अब तक सिक्का भी नहीं बदला Share on: