बे-ख़ुदी में ले लिया बोसा ख़ता कीजे मुआफ़ By बेख़ुदी, किस, दिल, Sher << रात को ख़्वाब बहुत देखे ह... एक ख़ुश्बू सी उभरती है नफ... >> बे-ख़ुदी में ले लिया बोसा ख़ता कीजे मुआफ़ ये दिल-ए-बेताब की सारी ख़ता थी मैं न था Share on: