बे-नियाज़-ए-दहर कर देता है इश्क़ By Sher << दीवार का बोझ बाम पर है बजती हुई ख़ून की रवानी >> बे-नियाज़-ए-दहर कर देता है इश्क़ बे-ज़रों को लाल-ओ-ज़र देता है इश्क़ Share on: