बे-पर्दा सू-ए-वादी-ए-मजनूँ गुज़र न कर By Sher << हमला है चार सू दर-ओ-दीवार... पास-ए-दीं कुफ़्र में भी थ... >> बे-पर्दा सू-ए-वादी-ए-मजनूँ गुज़र न कर हर ज़र्रा के नक़ाब में दिल बे-क़रार है Share on: