बीच सड़क इक लाश पड़ी थी और ये लिक्खा था By Sher << ऐ जुनूँ हाथ जो वो ज़ुल्फ़... मेरे कमरे में उदासी है क़... >> बीच सड़क इक लाश पड़ी थी और ये लिक्खा था भूक में ज़हरीली रोटी भी मीठी लगती है Share on: