बुला रहा था कोई चीख़ चीख़ कर मुझ को By Sher << चला जाऊँगा जैसे ख़ुद को त... बिना मुर्ग़े के पर झटकती ... >> बुला रहा था कोई चीख़ चीख़ कर मुझ को कुएँ में झाँक के देखा तो मैं ही अंदर था Share on: