चमन सूँ दिल के आलम को ख़बर नहिं By Sher << एक आवाज़ ने तोड़ी है ख़मो... लोग मोहतात हैं रवय्यों मे... >> चमन सूँ दिल के आलम को ख़बर नहिं हमेशा देखते ख़ाकी बदन को Share on: