चंद अल्फ़ाज़ के मोती हैं मिरे दामन में By Sher << अल्लाह तेरे हाथ है अब आबर... मकाँ उजाड़ था और ला-मकाँ ... >> चंद अल्फ़ाज़ के मोती हैं मिरे दामन में है मगर तेरी मोहब्बत का तक़ाज़ा कुछ और Share on: