चश्म-ए-बातिन में से जब ज़ाहिर का पर्दा उठ गया By Sher << हरीफ़ों की तरफ़-दारी से अ... अपने वहशत-ज़दा कमरे की इक... >> चश्म-ए-बातिन में से जब ज़ाहिर का पर्दा उठ गया जो मुसलमाँ था वही हिन्दू नज़र आया मुझे Share on: