छा गई एक मुसीबत की घटा चार तरफ़ By Sher << देखा बग़ौर ऐब से ख़ाली नह... चार दिन की बहार है सारी >> छा गई एक मुसीबत की घटा चार तरफ़ खुले बालों जो वो दरिया से नहा कर निकले Share on: