क्यूँकर न मय पियूँ मैं क़ुरआँ को देख ज़ाहिद By Sher << कम-सिनी जिन की हमें याद ह... तुम्हें लगता है जो वैसी न... >> क्यूँकर न मय पियूँ मैं क़ुरआँ को देख ज़ाहिद वहाँ वशरबू है आया ला-तशरबू न आया Share on: