दफ़्तर की थकन ओढ़ के तुम जिस से मिले हो By Sher << अश्क आँखों से ये कह कर नि... अपनी सारी काविशों को राएग... >> दफ़्तर की थकन ओढ़ के तुम जिस से मिले हो उस शख़्स के ताज़ा लब-ओ-रुख़्सार तो देखो Share on: