दम दे दिया है किस रुख़-ए-रौशन की याद में By Sher << गुफ़्तुगू अच्छी लगी ज़ौक़... ये बतलाओ हम को भी पहचानते... >> दम दे दिया है किस रुख़-ए-रौशन की याद में मरने के बा'द भी मिरे चेहरे पे नूर था Share on: