दमक रहा था बहुत यूँ तो पैरहन उस का By Sher << अभी तो कहा ही नहीं मैं ने... हर कोई अपनी फ़हम-ए-नाक़िस... >> दमक रहा था बहुत यूँ तो पैरहन उस का ज़रा से लम्स ने रौशन किया बदन उस का Share on: