दर-ब-दर हो गए ताबीर की धुन में कितने By Sher << बारहा उन से न मिलने की क़... सूरज लिहाफ़ ओढ़ के सोया त... >> दर-ब-दर हो गए ताबीर की धुन में कितने इन हसीं ख़्वाबों से बढ़ कर कोई सफ़्फ़ाक नहीं Share on: