दर्द के सारे ही क़िस्सों की याद-दहानी कर लेना By Sher << दर्द की धूप ढले ग़म के ज़... दानाओं ने की दानाई मूँद ल... >> दर्द के सारे ही क़िस्सों की याद-दहानी कर लेना हिज्र की रात बहुत लम्बी है एक कहानी कम न पड़े Share on: