दर्द की धूप में सहरा की तरह साथ रहे By Sher << काग़ज़ की नाव हूँ जिसे ति... है वो जब दिल में तो कैसी ... >> दर्द की धूप में सहरा की तरह साथ रहे शाम आई तो लिपट कर हमें दीवार किया Share on: