दरमियाँ जो जिस्म का पर्दा है कैसे होगा चाक By विसाल, Sher << ग़ौर से देखते रहने की सज़... अब निशाना उस की अपनी ज़ात... >> दरमियाँ जो जिस्म का पर्दा है कैसे होगा चाक मौत किस तरकीब से हम को मिलाएगी न पूछ Share on: