देख लेना एक दिन बे-रोज़-गारी का अज़ाब By Sher << तन्हाई से बचाव की सूरत नह... जी रहा हूँ कुछ इस तरह जैस... >> देख लेना एक दिन बे-रोज़-गारी का अज़ाब छीन कर चेहरों की सारी दिलकशी ले जाएगा Share on: