देखा मुझे तो तर्क-ए-तअल्लुक़ के बावजूद By Sher << वादी-ए-शब में उजालों का ग... ऐ इश्क़ कहीं ले चल ये दैर... >> देखा मुझे तो तर्क-ए-तअल्लुक़ के बावजूद वो मुस्कुरा दिया ये हुनर भी उसी का था Share on: