देखता हूँ उन की सूरत देख कर By Sher << धड़कते हुए दिल के हम-राह ... दर्द सहने के लिए सदमे उठा... >> देखता हूँ उन की सूरत देख कर धूप में तारे नज़र आते हैं मुझे Share on: