देखूँ हूँ तुझ को दूर से बैठा हज़ार कोस By Sher << मुफ़्लिस के बदन को भी है ... किस किस तरह की दिल में गु... >> देखूँ हूँ तुझ को दूर से बैठा हज़ार कोस ऐनक न चाहिए न यहाँ दूरबीं मुझे Share on: