दिल्ली में आज भीक भी मिलती नहीं उन्हें By वक़्त, दिल्ली, Sher << सामने आ कर वो क्या रहने ल... बस अब मोहब्बत से हाथ उठाओ... >> दिल्ली में आज भीक भी मिलती नहीं उन्हें था कल तलक दिमाग़ जिन्हें ताज-ओ-तख़्त का Share on: