देर तक जागते रहने का सबब याद आया By Sher << चाँद सा मिस्रा अकेला है म... मियाँ बाज़ार को शर्मिंदा ... >> देर तक जागते रहने का सबब याद आया तुम से बिछड़े थे किसी मोड़ पे अब याद आया Share on: