धूप बिस्तर तलक चली आई By Sher << हमें ख़बर है कि हम हैं चर... मैं तिरे दाएँ बाएँ रहता ह... >> धूप बिस्तर तलक चली आई फिर भी तकिए पे है नमी बाक़ी Share on: