दिखाए पाँच आलम इक पयाम-ए-शौक़ ने मुझ को By Sher << हर अश्क-ए-सुर्ख़ है दामान... तुझ से कहना था हाल-ए-दिल ... >> दिखाए पाँच आलम इक पयाम-ए-शौक़ ने मुझ को उलझना रूठना लड़ना बिगड़ना दूर हो जाना Share on: