दिल भी अजीब ख़ाना-ए-वहदत-पसंद था By Sher << दिलों पे दर्द का इम्कान भ... बदन में आग है रोग़न मिरे ... >> दिल भी अजीब ख़ाना-ए-वहदत-पसंद था इस घर में या तो तू रहा या बे-दिली रही Share on: