चाँद तारे तो मिरे बस में नहीं हैं 'आज़र' By Sher << मुश्किल था बहुत मेरे लिए ... फ़र्क़ इतना है कि तू पर्द... >> चाँद तारे तो मिरे बस में नहीं हैं 'आज़र' फूल लाया हूँ मिरा हाथ कहाँ तक जाता Share on: