दिल-ए-सरशार मिरा चश्म-ए-सियह-मस्त तिरी By Sher << ग़म-ए-दिल अब किसी के बस क... बेदर्द मुझ से शरह-ए-ग़म-ए... >> दिल-ए-सरशार मिरा चश्म-ए-सियह-मस्त तिरी जज़्बा टकरा दे न पैमाने से पैमाने को Share on: