दिल-लगी में हसरत-ए-दिल कुछ निकल जाती तो है By दिल लगी, बोसा, दिल, Sher << गुल-ओ-गुलचीं का गिला बुलब... वो हटे आँख के आगे से तो ब... >> दिल-लगी में हसरत-ए-दिल कुछ निकल जाती तो है बोसे ले लेते हैं हम दो-चार हँसते बोलते Share on: