दिन भर तो मैं दुनिया के धंदों में खोया रहा By Sher << दिन गुज़ारा था बड़ी मुश्क... दिल तो मेरा उदास है '... >> दिन भर तो मैं दुनिया के धंदों में खोया रहा जब दीवारों से धूप ढली तुम याद आए Share on: