दो ख़त ब-नाम-ए-ज़ौजा-ओ-जानाँ लिखे मगर By Sher << है कामयाबी-ए-मर्दां में ह... दे रहे हैं इस लिए जंगल मे... >> दो ख़त ब-नाम-ए-ज़ौजा-ओ-जानाँ लिखे मगर दोनों ख़तों का उस से लिफ़ाफ़ा बदल गया Share on: