दोस्त दिल रखने को करते हैं बहाने क्या किया By Sher << ज़रा सी बात नहीं है किसी ... मौसम-ए-याद यूँ उजलत में न... >> दोस्त दिल रखने को करते हैं बहाने क्या किया रोज़ झूटी ख़बर-ए-वस्ल सुना जाते हैं Share on: