दोस्त दिल रखने को करते हैं बहाने क्या क्या By Sher << रह के मस्जिद में क्या ही ... ख़्वाब की तरह बिखर जाने क... >> दोस्त दिल रखने को करते हैं बहाने क्या क्या रोज़ झूटी ख़बर-ए-वस्ल सुना जाते हैं Share on: