दोस्त ने दिल को तोड़ के नक़्श-ए-वफ़ा मिटा दिया By Sher << यही मिलने का समय भी है बि... मैं तुझ से मिलने समय से प... >> दोस्त ने दिल को तोड़ के नक़्श-ए-वफ़ा मिटा दिया समझे थे हम जिसे ख़लील काबा उसी ने ढा दिया Share on: