दोस्ती ख़ून-ए-जिगर चाहती है By Sher << हमारे दिल की तरह शहर के य... उजले मैले पेश हुए >> दोस्ती ख़ून-ए-जिगर चाहती है काम मुश्किल है तो रस्ता देखो Share on: