डूबा सफ़ीना जिस में मुसाफ़िर कोई न था By Sher << चलो अम्न-ओ-अमाँ है मय-कदे... मुझे हासिल कमाल-ए-गुफ़्तु... >> डूबा सफ़ीना जिस में मुसाफ़िर कोई न था लेकिन भरे हुए थे वहाँ ना-ख़ुदा बहुत Share on: