दुख़्तर-ए-दर्ज़ी का सीना देख कर By Sher << ऐ ज़ुल्फ़-ए-यार तुझ से भी... नींद मत ढूँड मेरी आँखों म... >> दुख़्तर-ए-दर्ज़ी का सीना देख कर दिल में ये आया कि मल मल दीजिए Share on: