दुनिया जो न मैं चंद नफ़स के लिए लेता By Sher << भटका फिरे है मजनूँ लैला क... साथ जो दे न सका राह-ए-वफ़... >> दुनिया जो न मैं चंद नफ़स के लिए लेता जन्नत का इलाक़ा मिरी जागीर में आता Share on: