दुनिया में अंधेरों के सिवा और रहा क्या By Sher << मोहब्बत तू मत कर दिल उस ब... वाइ'ज़ ने मय-कदे को ज... >> दुनिया में अंधेरों के सिवा और रहा क्या इक तेरी तमन्ना सो चराग़-ए-सहरी है Share on: