दूर बस्ती पे है धुआँ कब से By Sher << ज़े-हाल-ए-मिस्कीं मकुन तग... इस बार राह-ए-इश्क़ कुछ इत... >> दूर बस्ती पे है धुआँ कब से क्या जला है जिसे बुझाते नहीं Share on: