दुश्मनों से दोस्ती ग़ैरों से यारी चाहिए By Sher << जब से छोड़ी है मोहब्बत नज... वो शांत बैठा है कब से मैं... >> दुश्मनों से दोस्ती ग़ैरों से यारी चाहिए ख़ाक के पुतले बने तो ख़ाकसारी चाहिए Share on: