ऐ बुत ये है नमाज़ कि है घात क़त्ल की By Sher << जवाब ढूँड के सारे जहाँ से... बरसात का बादल तो दीवाना ह... >> ऐ बुत ये है नमाज़ कि है घात क़त्ल की निय्यत अदा की है कि इशारे क़ज़ा के हैं Share on: