ऐ दोस्त तुझ को रहम न आए तो क्या करूँ By Sher << तू मुझे ज़हर पिलाती है ये... कौन देता है मोहब्बत को पर... >> ऐ दोस्त तुझ को रहम न आए तो क्या करूँ दुश्मन भी मेरे हाल पे अब आब-दीदा है Share on: